" alt="" aria-hidden="true" />
पिछले करीब डेढ़ महीने से शाहीन बाग में नागरिकता कानून के खिलाफ धरने पर बैठे लोगों के बीच दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर उत्साह देखने को मिला। पूरी ओखला विधानसभा सीट और खासकर शाहीन बाग इलाके में शनिवार सुबह से ही मतदाता पोलिंग बूथ पर पहुंचने लगे।
सतर्कता बरतते हुए चुनाव आयोग ने यहां की पांच सीटों को संवेदनशील घोषित किया हुआ है, लेकिन इसके बावजूद यहां के मतदान केंद्रों पर वोटिंग के लिए मतदाताओं की भारी भीड़ दिख रही है। इन इलाकों में मतदाताओं की इतनी ज्यादा भीड़ है कि शाहीन पब्लिक स्कूल में खड़े मतदाताओं की करीब आधी किलोमीटर लंबी कतार लग गई। बाकी बूथों पर भी भारी संख्या में मतदाता नजर आ रहे हैं।" alt="" aria-hidden="true" />
यहां भारी संख्या में महिला और पुरुष मतादाता वोट देने के लिए पहुंच रहे हैं। इनके अलावा यहां वृद्ध वोटरों की भी अच्छी-खासी संख्या है। मालूम हो कि शाहीन बाग इलाका ओखला विधानसभा क्षेत्र के अंदर आता है। यहां पिछले 15 दिसंबर से भारी संख्या में लोग नागरिकता कानून, एनपीआर और एनआरसी के विरोध में बैठे हुए हैं।
वोटिंग के चलते आज धरनास्थल पर लोग नजर नहीं आ रहे हैं और यहां सन्नाटा पसरा हुआ है। पंडाल में इक्का-दुक्का लोग ही मौजूद हैं। " alt="" aria-hidden="true" />
15 दिसंबर से यहां की सड़कें जाम हैं। लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। पिछले दिनों यहां गोलीबारी की घटना हो गई थी, जिसके बाद माहौल और भी ज्यादा गंभीर हो गया था। ओखला विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी ने अमानतुल्ला खान, भारतीय जनता पार्टी ने ब्रह्म सिंह और कांग्रेस ने परवेज हाशमी को उतारा है।